नगर निगम ने अभियान चलाकर वार्ड 15 से पांच गोवंश पकड़ पहुंचाए गौशाला

यमुनानगर। शहर को बेसहारा गोवंशों से मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने उन्हें पकड़ने का अभियान शुरू किया हुआ है। निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर बुधवार को नगर निगम की टीम ने वार्ड नंबर 15 में औद्योगिक क्षेत्र, वर्कशॉप रोड व अन्य स्थानों पर घूम रहे पांच बेसहारा गोवंशों को पकड़ कर गौशाला पहुंचाया। सालभर में अब तक नगर निगम 953 बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशाला पहुंचा चुका है। जब तक से शहर से हर लावारिश गोवंश नहीं पकड़ा जाता, निगम का यह अभियान जारी रहेगा। शहरवासी भी इस अभियान में सहयोग करें। नगर निगम क्षेत्र में घूम रहे बेसहारा पशुओं की फोटो खींचकर पत्ते व लोकेशन सहित निगम के व्हाट्सएप नंबर 7082410524 पर भेजे। जिसके बाद निगम की टीम मौके पर पहुंचकर बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशाला पहुंचाएगी।
निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर जोन एक में सीएसआई हरजीत सिंह व जोन दो में सीएसआई सुनील दत्त के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। बुधवार को सीएसआई सुनील दत्त के नेतृत्व में गठित एसआई सुशील व अन्य कर्मियों की टीम बेसहारा गोवंशों को पकड़ने के लिए वार्ड नंबर 15 के औद्योगिक क्षेत्र पहुंची। निगम कर्मियों ने औद्योगिक क्षेत्र में शहर पुलिस थाना, वर्कशॉप रोड समेत विभिन्न स्थानों पर घूम रहे पांच बेसहारा गोवंशों को पकड़ा। निगम कर्मियों ने रस्सियों के माध्यम घेरा डालकर गोवंशों को पकड़ा। इसके बाद उन्हें निगम के वाहन में चढ़ाया। गोवंशों को पकड़ने के बाद उन्हें गौशाला पहुंचाया। सीएसआई सुनील दत्त ने बताया कि निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर बेसहारा पशुओं को पकड़ने का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। शहर में घूमने वाले सभी बेसहारा पशुओं को पकड़ा जाएगा। अब नगर निगम द्वारा 953 बेसहारा गोवंशों को पकड़ कर गौशाला पहुंचाया है। सभी पशुओं को टैग भी लगाए गए है। उन्होंने कहा कि कोई भी शहरवासी गोवंशों का इस्तेमाल करने के बाद उन्हें खुले में न छोड़े। यदि कोई गोवंश खुले में छोड़ता है तो उस पर 51 सौ रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि उन्हें शहरी क्षेत्र में कहीं भी कोई बेसहारा पशु दिखाई दे तो उसकी फोटो खींचकर पते या लोकेशन समेत निगम के व्हाट्सएप नंबर 7082410524 पर भेजे। निगम की टीम को तुरंत मौके पर भेजकर बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशाला पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा जो बेसहारा गोवंश पकड़कर गोशाला में छोड़े जाते है, उसके लिए नगर निगम द्वारा प्रति पशु के हिसाब से चारा खर्च गौशाला कमेटी को दिया जाता है। पशु पकड़ते समय उस पर निगम की ओर से टैग लगाया जाता है। यदि टैग वाला पशु दोबारा खुले में मिलता है तो संबंधित गौशाला संचालक पर भी जुर्माना लगाया जाएगा।