पेपर लीक मामले में सख्त कार्रवाई, 4 सरकारी और 1 प्राइवेट स्कूल के निरीक्षक निलंबित- नायब सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हाल ही में HPWPC (हरियाणा पब्लिक वेलफेयर कमेटी) की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में कैबिनेट मंत्री अनिल विज और श्रुति चौधरी भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ भी चर्चा की. बैठक में प्रशासनिक सचिवों के अलावा BMS (भारतीय मजदूर संघ) का प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित थे.
बे-मौसमी बरसात पर लिया ये एक्शन
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बे-मौसमी बरसात और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जिला उपायुक्तों (DCs) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. उन्होंने सभी DCs को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में उन क्षेत्रों की पहचान करें, जहां किसानों को अधिक नुकसान हुआ है. इसके बाद, उस क्षेत्र का क्षतिपूर्ति पोर्टल सक्रिय कर दिया जाएगा, ताकि किसान अपने मुआवजे के लिए आवेदन कर सकें. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द राहत देने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे.
पेपर लिक मामले में इन्हें किया गया निंलबित
वहीं पेपर लीक मामले पर बात करते हुए सीएम सैनी ने स्पष्ट किया कि यह पेपर लीक नहीं था, बल्कि पेपर किसी एक परीक्षा केंद्र से आउट हुआ था. उन्होंने कहा कि एक छात्र द्वारा पेपर बाहर भेजने के कारण यह घटना हुई और उसका वॉट्सएप बाहर चला गया. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और इस मामले की जांच शुरू की. मुख्यमंत्री ने बताया कि 4 सरकारी स्कूलों के निरीक्षकों और 1 प्राइवेट स्कूल के निरीक्षक के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. इसके अलावा, दो परीक्षा केंद्रों के पर्यवेक्षकों को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि नकल के आरोप में 4 बाहरी व्यक्तियों और 8 छात्रों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.