संकट में साथ छोड़ गये चौटाला के पुराने साथियों को वापस लाएंगे अभय, दुष्यंत-दिग्विजय की वापसी के सभी रास्ते बंद

हरियाणा विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतने वाली इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने पार्टी छोड़कर गए पुराने कार्यकर्ताओं को वापस लाने की योजना बनाई है। इनेलो के जिला प्रभारियों जिला प्रधानों और मंडल अध्यक्षों से संपर्क करने और घर वापसी के प्रयास करने को कहा गया है। अभय चौटाला खुद भी कई नेताओं की वापसी का प्रयास करेंगे। दुष्यंत चौटाला की वापसी नहीं होगी।
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में दो सीटों के साथ वापसी करने वाली इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने अपना घर छोड़कर जा चुके पुराने कार्यकर्ताओं को वापस लाने की कार्ययोजना तैयार की है।
इसके लिए इनेलो के जिला प्रभारियों, जिला प्रधानों और मंडल अध्यक्षों से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में उन सभी लोगों से संपर्क स्थापित करें, जो इनेलो के दोफाड़ होने के समय पार्टी छोड़कर चले गये थे। नौ दिसंबर 2018 को इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी का गठन हुआ था, जो साल 2019 के विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतने के बाद भाजपा के साथ साढ़े चार साल तक सत्ता में रही।
अभय-अजय चौटाला कभी एकजुट नहीं
इस बार के विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी की एक भी सीट नहीं आई, जबकि इनेलो के दो विधायक अर्जुन चौटाला और आदित्य देवीलाल चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। अर्जुन चौटाला इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के बेटे हैं।
अभय चौटाला स्वयं चुनाव हार गए। इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला के देहावसान के बाद अभय सिंह चौटाला को उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया जा चुका है।
चौटाला की रस्म पगड़ी के दौरान अभय सिंह चौटाला और अजय सिंह चौटाला के परिवारों के बीच एकजुटता की मांग उठी, लेकिन अभय चौटाला ने ऐसे किसी भी प्रस्ताव को मानने से स्पष्ट इनकार कर दिया था, जिसके बाद इस बात पर मुहर लग चुकी कि अभय चौटाला और अजय चौटाला का परिवार राजनीतिक रूप से कभी एकजुट नहीं होगा।
पुराने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की मुहिम
इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला भी अपने जीते-जी कई बार कह चुके थे कि पार्टी तोड़कर जजपा का गठन करने वाले अजय चौटाला, दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला की कभी वापसी संभव नहीं है। नई राजनीतिक परिस्थितियों में अभय चौटाला और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने हर जिले में अपने पुराने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की मुहिम चालू की है।
जिलाध्यक्षों की बैठक में निर्देशित किया गया है कि ऐसे सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं की घर वापसी के प्रयास किए जाएं, जो किसी भी कारण से इनेलो छोड़कर जजपा अथवा किसी अन्य दल में चले गये थे। इसके लिए जिला प्रभारियों, जिला प्रधानों व मंडल अध्यक्षों की जिम्मेदारी लगाई गई है कि वे स्वयं ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं से जाकर व्यक्तिगत संपर्क करें।
अभय चौटाला खुद भी संभालेंगे मोर्चा
राज्यस्तरीय नेताओं की वापसी के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा को अधिकृत किया गया है। अभय सिंह चौटाला स्वयं भी कई नेताओं की वापसी का प्रयास करेंगे। इनेलो के कार्यालय सचिव नछत्तर सिंह मल्हान की ओर से सभी जिला प्रभारियों व जिलाध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी गई है।
उन्होंने कहा है कि कार्यालय में ऐसे सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं की सूची भेजी जाए, जिनकी इनेलो में वापसी की संभावनाएं हैं और उन्हें वापस लाने के लिए किस स्तर पर क्या प्रयास किए जा रहे हैं। नछत्तर सिंह का कहना है कि भूलवश अथवा लालचवश पार्टी के जो लोग दिग्भ्रमित होकर चले गए थे, उनका घर वापसी पर पूरा सम्मान किया जाएगा।