सिरसा :- दिव्यांग जन की आशा की किरण बनके उबरे सिरसा के गुरविंद्र सिंह “राष्टपति की और से किया जायेगा स्मानित”…

मरीजों को दूध बाटने से मानव सेवा शुरू की गई गुरविंदर सिंह द्वारा। सिरसा के नागरिक हॉस्पिटल में मरीजों को 250 ग्राम दूध बाटने से मानव सेवा की शुरूआत हुई थी।इसके बाद जिले में कई ब्लेड कैंप लगाए गए। 29 दिसंबर 2006 को भाई कन्हीया मानव सेवा समिति का गठन कर मुहिम का विस्तार किया गया जिसके बाद नि शुल्क एंबुलेंस की सेवा की गई। सिरसा के आशक्त गुरविंद्र सिंह को मिलेगा पदम् श्री अवार्ड हरियाणा के सिरसा के दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह को पद्मश्री मिलेगा। 2024 की पद्म पुरस्कार की सूची में उनका भी नाम शामिल है।गुरविंदर सिंह बेघरों, निराश्रितों, महिलाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों की भलाई का कार्य करते हैं। इसके अलावा उन्होंने बाल गोपाल धाम नामक बाल देखभाल संस्थान की स्थापना की और 300 बच्चों के सपनों को संजोया। सामाजिक कार्यों में उनके अटूट समर्पण और योगदान से प्रभावित होकर मोदी सरकार ने उन्हें पद्मश्री देने का फैसला किया।
गुरविंदर सिंह ने 6,000 से अधिक दुर्घटना पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं को मुफ्त एंबुलेंस की सेवा भी प्रदान कर चुके हैं। गुरविंदर सिंह चलने में असमर्थ हैं। दरअसल, ट्रक से टकराने के बाद उनके कमर के नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया। इसके बाद से ही वह व्हीलचेयर पर हैं। उन्होंने इस हादसे के बाद अपना जीवन दूसरों के कल्याण में लगा दिया।